आधार कार्ड: बनवाने से लेकर सुधार तक की पूरी जानकारी

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आधार कार्ड

आधार कार्ड क्या है?

आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा जारी एक ऐसा पहचान पत्र है, जिसमें हर व्यक्ति को 12 अंकों का एक अनोखा नंबर दिया जाता है। इसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा तैयार किया जाता है। आधार में आपकी पहचान को प्रमाणित करने के लिए फोटो, फिंगरप्रिंट, और आंखों की स्कैनिंग (आईरिस स्कैन) की जानकारी दर्ज होती है। यह पहचान पत्र देश के हर नागरिक के लिए है, चाहे वह बच्चा हो या बुजुर्ग। इसके जरिए आपको सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है और यह आपकी पहचान और पते का सबसे भरोसेमंद प्रमाण है।

आधार कार्ड की शुरुआत कब हुई?

आधार कार्ड की शुरुआत 28 जनवरी 2009 को हुई थी। इसे तत्कालीन सरकार ने पहचान और पते के प्रमाण के रूप में शुरू किया। आधार बनाने की जिम्मेदारी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) को दी गई थी। इसका उद्देश्य हर नागरिक को एक यूनिक पहचान संख्या देना था, जिससे सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ बिना किसी धोखाधड़ी के आसानी से मिल सके।

पहला आधार नंबर सितंबर 2010 में महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के एक व्यक्ति को जारी किया गया था। आज यह भारत में सबसे बड़ा बायोमेट्रिक पहचान कार्यक्रम है और करीब 1.4 अरब लोगों के पास आधार कार्ड है।

आधार कार्ड कैसे बनवाएं?

आधार कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी आधार केंद्र पर जाना होगा। वहां आपको एक फॉर्म भरना होगा और अपनी पहचान और पते का प्रमाण (जैसे वोटर आईडी, पासपोर्ट, राशन कार्ड आदि) देना होगा। इसके बाद आपका फोटो खींचा जाएगा और फिंगरप्रिंट व आंखों की स्कैनिंग की जाएगी। आपको एक पावती रसीद मिलेगी, जिसमें नामांकन संख्या (Enrollment ID) होगी। आधार बनने में 15-30 दिन का समय लग सकता है, जिसके बाद आप इसे डाक से प्राप्त कर सकते हैं या ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।

आधार कार्ड

आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया एवं आवश्यक दस्तावेज़

कौन बनवा सकता है?: भारत का कोई भी नागरिक।भारत में रहने वाले विदेशी नागरिक भी।किसी भी आयु के व्यक्ति, यहां तक कि नवजात बच्चे भी आधार के लिए पात्र हैं।

आवश्यक दस्तावेज़

पहचान प्रमाण (POI): पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस।

पता प्रमाण (POA): बिजली का बिल, राशन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट।

जन्म तिथि प्रमाण: जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र।

आधार बनवाने की प्रक्रिया

1. निकटतम आधार केंद्र खोजें:

UIDAI की वेबसाइट पर जाएं।

आधार केंद्र खोजने का विकल्प चुनें।

2. अपॉइंटमेंट बुक करें (ऑप्शनल):

UIDAI वेबसाइट पर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करें।

3. आधार केंद्र पर जाएं:

आवश्यक दस्तावेज़ और फॉर्म के साथ जाएं।

बायोमेट्रिक विवरण (फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन) और फोटो लें।

4. फॉर्म जमा करें:

सभी जानकारी सही से भरकर जमा करें।

5. पावती रसीद प्राप्त करें:

इस पर नामांकन संख्या (Enrollment ID) होगी, जिससे आप आधार स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं।

6. आधार कार्ड प्राप्त करें:

आपके दस्तावेज़ों की सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका आधार कार्ड तैयार होगा।

आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं या डाक द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।

और पढ़े : फेसबुक पेज कैसे बनाएं।

आधार में सुधार कैसे करें?

अगर आपके आधार कार्ड में कोई गलती है, जैसे नाम, पता, जन्म तिथि या मोबाइल नंबर गलत है, तो आप इसे सुधार सकते हैं। पते का सुधार ऑनलाइन किया जा सकता है। इस

के लिए आपको UIDAI की वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करना होगा और सही जानकारी भरकर जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। अन्य सुधार (जैसे नाम, मोबाइल नंबर, बायोमेट्रिक्स) के लिए आपको आधार सेवा केंद्र पर जाना होगा। वहां फॉर्म भरने और दस्तावेज देने के बाद आपका डेटा अपडेट हो जाएगा। इसके लिए ₹50 से ₹100 तक का शुल्क देना पड़ सकता है।

आधार कार्ड में कितनी बार सुधार कर सकते हैं?

आधार कार्ड में सुधार करने की कोई सख्त सीमा नहीं है, लेकिन UIDAI के दिशानिर्देशों के अनुसार, हर जानकारी को बार-बार अपडेट करने से बचना चाहिए।

नाम: नाम को दो बार बदला जा सकता है।

जन्म तिथि: जन्म तिथि में सुधार केवल एक बार किया जा सकता है।

पता: पते को जरूरत के अनुसार कई बार बदला जा सकता है।

मोबाइल नंबर और ईमेल: इन्हें भी आवश्यकता पड़ने पर बदला जा सकता है।

बायोमेट्रिक डेटा (फोटो, फिंगरप्रिंट, आईरिस): इसमें बदलाव तब किया जा सकता है जब यह खराब हो या आपका फिंगरप्रिंट/आईरिस बदले हुए हों।

आधार सुधार की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए UIDAI हर सुधार के लिए उचित दस्तावेज और कारण की मांग करता है। अनावश्यक बदलाव से बचें क्योंकि बार-बार सुधार से आपका आधार उपयोगी होने में दिक्कत हो सकती है।

आधार सुधार के लिए किन बातों का ध्यान रखें?

1. सही दस्तावेज: सुधार के लिए प्रमाणित दस्तावेजों का होना जरूरी है।

2. सही जानकारी: फॉर्म में भरी गई जानकारी और दस्तावेज में कोई अंतर नहीं होना चाहिए।

3. UIDAI का सत्यापन: हर सुधार के बाद आपकी जानकारी का UIDAI द्वारा सत्यापन किया जाएगा।

4. सुधार शुल्क: सुधार करवाने के लिए ₹50-₹100 तक का शुल्क आधार केंद्र पर देना होता है।

आधार कार्ड डाउनलोड और स्टेटस चेक कैसे करें?

आधार कार्ड

अगर आपका आधार बन गया है, तो आप इसे UIDAI की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए आपको आधार नंबर, नामांकन संख्या या वर्चुअल आईडी की जरूरत होगी। ओटीपी वेरिफिकेशन के बाद आधार PDF फाइल के रूप में डाउनलोड किया जा सकता है। यह फाइल पासवर्ड प्रोटेक्टेड होती है, और इसे खोलने के लिए आपके नाम के पहले चार अक्षर (कैपिटल) और जन्म वर्ष (जैसे ROHA1990) दर्ज करना होता है। अगर आपका आधार अभी बन रहा है, तो आप वेबसाइट पर जाकर इसकी स्थिति (स्टेटस) भी देख सकते हैं।

आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करें?

1. UIDAI की वेबसाइट पर जाएं।

2. “Download Aadhaar” विकल्प चुनें।

3. आधार नंबर, नामांकन संख्या (EID) या वर्चुअल आईडी (VID) दर्ज करें।

4. OTP सत्यापन के बाद PDF फाइल डाउनलोड करें।

5. पासवर्ड: अपने नाम के पहले चार अक्षर (कैपिटल) और जन्म वर्ष (YYYY)।

आधार से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें

आधार कार्ड को मोबाइल नंबर और पैन कार्ड से लिंक करना अनिवार्य है। मोबाइल नंबर लिंक करवाने के लिए आपको अपने सिम प्रदाता के केंद्र पर जाना होगा। वहीं, पैन लिंक करने के लिए आयकर विभाग की वेबसाइट का उपयोग किया जा सकता है। आधार से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है, जैसे LPG सब्सिडी, राशन वितरण, बैंक खाते खोलना, और पासपोर्ट बनवाना। किसी भी समस्या के लिए UIDAI की हेल्पलाइन नंबर 1947 पर कॉल कर सकते हैं या help@uidai.gov.in पर ईमेल भेज सकते हैं।

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