शेयर बाजार में आज एमराल्ड टायर्स सूचीबद्ध हो गया है
टायर निर्माता कंपनी एमराल्ड टायर मैन्युफैक्चरर्स ने 5 दिसंबर, 2024 को अपनी आईपीओ लिस्टिंग के साथ ही एनएसई एसएमई पर शानदार शुरुआत की। कंपनी के शेयर 180.50 रुपये प्रति शेयर पर सूचीबद्ध हुए, जो इसके आईपीओ मूल्य 95 रुपये से लगभग 90% अधिक था। लिस्टिंग के तुरंत बाद, शेयरों ने 4.99% की और वृद्धि दर्ज की, जिससे यह 189.50 रुपये प्रति शेयर के अपर सर्किट तक पहुंच गया।
आईपीओ के दौरान प्रदर्शन
एमराल्ड टायर का आईपीओ 5 दिसंबर से 9 दिसंबर, 2024 तक खुला था। इसका मूल्य बैंड 90-95 रुपये प्रति शेयर था।
49.26 करोड़ रुपये के आईपीओ में 4,986,000 इक्विटी शेयरों का नया इश्यू और 199,200 इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल थी।
इस आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, और यह 530 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ।
लिस्टिंग के बाद प्रदर्शन:
लिस्टिंग के दौरान, लगभग 0.29 मिलियन शेयरों का कुल 10.69 करोड़ रुपये मूल्य का कारोबार हुआ। एनएसई ने एसएमई शेयरों के लिए लिस्टिंग लाभ को इश्यू मूल्य के 90% तक सीमित कर दिया है, जिसे एमराल्ड के प्रदर्शन ने छुआ।
ग्रे मार्केट प्रीमियम:
लिस्टिंग से पहले, कंपनी के शेयर 89.47% ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) पर ट्रेड कर रहे थे। यह उम्मीदें वास्तविक प्रदर्शन में भी झलकती दिखीं।
कंपनी का परिचय
2002 में स्थापित एमराल्ड टायर मैन्युफैक्चरर्स, GRECKSTER ब्रांड के तहत औद्योगिक न्यूमेटिक टायर और प्रेस-ऑन बैंड टायर बनाती है। कंपनी के उत्पादों की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी है, और ये यूएसए, यूएई, रूस, और यूरोप के कई देशों को निर्यात किए जाते हैं। बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के लिए इसके बेल्जियम, यूएई और यूएसए में गोदाम हैं।
आईपीओ से हुए आय का उपयोग कहां करेगी
कंपनी नए निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए करेगी:
1. पूंजीगत व्यय।
2. सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य।
3. प्रस्ताव-संबंधित खर्च।
हालांकि, बिक्री के प्रस्ताव (ओएफएस) से आय विक्रय शेयरधारकों को प्राप्त होगी।
निष्कर्ष
एमराल्ड टायर मैन्युफैक्चरर्स की यह धमाकेदार लिस्टिंग दर्शाती है कि निवेशक टायर उद्योग और कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को लेकर सकारात्मक हैं। इसकी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति, मजबूत आपूर्ति श्रृंखला, और बेहतर वित्तीय प्रबंधन इसे लंबी अवधि के निवेश के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं।
नोट: निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
ये भी पढ़ें:- संजय मल्होत्रा बने आरबीआई के नए गवर्नर: जानें उनके अनुभव अब 3 साल तक देश की इस महत्वपूर्ण संस्था का नेतृत्व करेंगे।