बिहार के समस्तीपुर जिले में स्थित Gangapur पंचायत अपनी सादगी, सांस्कृतिक विविधता और मेहनतकश लोगों की बदौलत एक अनूठी पहचान रखता है। यह गांव सरायरंजन प्रखंड के अंतर्गत आता है और प्रशासनिक रूप से मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में पड़ता है। गंगापुर का पिन कोड 848121 है। चारों ओर से गांव दूसरी पंचायतों और गांवों से घिरा हुआ है – पूर्व में लाटबसेपुरा, पश्चिम में लॉसकारा दक्षिण में मोरवा ब्लॉक, और उत्तर में फतेहपुर व बाघी पंचायत इसकी सीमाएँ तय करती हैं।

यह गांव न सिर्फ अपने शांत और मेल-जोल वाले माहौल के लिए जाना जाता है, बल्कि यहाँ के लोग लगातार विकास की ओर भी कदम बढ़ा रहे हैं।
Gangapur पंचायत की सम्पूर्ण जानकारी
बिहार राज्य के समस्तीपुर जिले के सरायरंजन प्रखंड में स्थित गंगापुर पंचायत एक सक्रिय और विकासशील ग्राम पंचायत है। इस पंचायत में कुल 14 वार्ड हैं और यह लगभग 4.0 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली हुई है। पंचायत सरकार भवन वार्ड संख्या 2 में स्थित है, जहां से पंचायत के सारे प्रशासनिक कार्य संचालित होते हैं। पंचायत भवन में एक कंप्यूटर, दो प्रिंटर और एक स्कैनर उपलब्ध है, हालांकि इंटरनेट की सुविधा अभी नहीं है।
गांव में करीब 3,100 घर हैं और सभी घरों में नल से जल आपूर्ति तथा शौचालय की व्यवस्था है। पेयजल के लिए 14 स्रोत मौजूद हैं। पंचायत में दो सामुदायिक शौचालय परिसर और एक ठोस कचरा प्रबंधन केंद्र भी कार्यरत है। ग्रामीणों को सामान्य प्रशासनिक सेवाएं पंचायत भवन में सह-स्थित कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से प्राप्त होती हैं।
गांव की कुल जनसंख्या 14,691 है, जिसमें पुरुषों की संख्या 7,450 और महिलाओं की संख्या 7,241 है। अनुसूचित जाति (SC) की जनसंख्या 3,850 है, जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की संख्या 8,540 और सामान्य वर्ग के लोग 2,301 हैं। गांव में बच्चों की संख्या (0 से 6 वर्ष तक) 545 है और 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 1,275 है। पंचायत क्षेत्र में तीन राजस्व गांव और चार LGD मैप्ड गांव हैं।

गांव में कोई बैंक, वृद्धाश्रम, खेल परिसर या पार्क जैसी सुविधाएं नहीं हैं। केवल एक फुटबॉल/ क्रिकेट का मैदान मौजूद है, जो स्थानीय युवाओं की खेलकूद में रुचि को दर्शाता है। पंचायत की खास पहचान ‘स्वच्छता’ है और यह पंचायत सरकार की नीतियों जैसे “हर घर नल”, “स्वच्छ भारत अभियान” आदि को प्रभावी रूप से लागू करने में अग्रणी रही है।
वर्तमान में पंचायत के मुखिया श्री विजय कुमार राय हैं और सरपंच का कार्यभार श्री राजेश सिंह संभाल रहे हैं। दोनों स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर गांव के विकास में लगे हुए हैं। पंचायत से संबंधित किसी भी सूचना के लिए gautam00nic@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।गांव में पंचायत भवन मौजूद है, जहां से जनहित के कार्यों की निगरानी और क्रियान्वयन किया जाता है। नजदीकी बस स्टैंड मुसरीघरारी है और निकटतम रेलवे स्टेशन समस्तीपुर जंक्शन है, जो इस गांव को आवागमन की सुविधा से जोड़ता है।
Gangapur पंचायत एक ऐसा ग्रामीण क्षेत्र है जो संसाधनों की सीमितता के बावजूद शिक्षा, स्वच्छता और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से आगे बढ़ रहा है।
Gangapur पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों की जानकारी
गंगापुर पंचायत में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाने में पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान में पंचायत के मुखिया श्री विजय कुमार राय हैं, जो प्रशासनिक कार्यों और योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ पंचायत के प्रत्येक वार्ड से एक-एक वार्ड सदस्य चुने गए हैं, जो अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं और विकास कार्यों को पंचायत तक पहुंचाते हैं।

उप मुखिया की जिम्मेदारी श्री प्रेमलाल पासवान संभाल रहे हैं, जो वार्ड संख्या 9 का प्रतिनिधित्व करते हैं। महिला सशक्तिकरण की मिसाल के रूप में कई महिलाएं भी पंचायत में चुनी गई हैं, जैसे वीना देवी (वार्ड 13), माला देवी (वार्ड 7), सरिता देवी (वार्ड 4), सुनिता देवी (वार्ड 1), स्वेता कुमारी (वार्ड 3), और चम्पा देवी (वार्ड 8)।
इसके अलावा पुरुष प्रतिनिधियों में अमरजीत साह (वार्ड 11), प्रमोद राम (वार्ड 10), नरेश कुमार महतो (वार्ड 2), लखिंद्र पासवान (वार्ड 12), और रामबरन महतो (वार्ड 14) भी पंचायत की गतिविधियों में सक्रिय हैं।
Gangapur पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधि की सूचि
क्रम संख्या | सदस्य का नाम | लिंग | पद | वार्ड संख्या |
---|---|---|---|---|
1 | विजय कुमार राय | पुरुष | मुखिया | — |
2 | सुनीता देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 1 |
3 | नरेश कुमार महतो | पुरुष | वार्ड सदस्य | वार्ड 2 |
4 | स्वेता कुमारी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 3 |
5 | सरिता देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 4 |
6 | विमल देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 5 |
7 | पूनम देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 6 |
8 | माला देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 7 |
9 | चम्पा देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 8 |
10 | प्रेमलाल पासवान | पुरुष | उप मुखिया | वार्ड 9 |
11 | प्रमोद राम | पुरुष | वार्ड सदस्य | वार्ड 10 |
12 | अमरजीत साह | पुरुष | वार्ड सदस्य | वार्ड 11 |
13 | लखिंद्र पासवान | पुरुष | वार्ड सदस्य | वार्ड 12 |
14 | वीना देवी | महिला | वार्ड सदस्य | वार्ड 13 |
15 | रामबरन महतो | पुरुष | वार्ड सदस्य | वार्ड 14 |
Gangapur की भौगोलिक स्थिति और परिवहन व्यवस्था
Gangapur तक पहुंचना अब पहले की तरह कठिन नहीं रहा। गांव से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है समस्तीपुर जंक्शन, जो लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां से दिल्ली, कोलकाता, पटना और अन्य प्रमुख शहरों के लिए नियमित रेल सेवा उपलब्ध है।
यदि आप बस से आना चाहते हैं, तो मुसरीघरारी बस स्टैंड गंगापुर के सबसे पास है, जहाँ से स्थानीय और लंबी दूरी की बसें आसानी से मिल जाती हैं। गांव तक पक्की सड़क बनी हुई है, जिससे निजी वाहन और ऑटो के जरिए आना-जाना सरल हो गया है।
सामाजिक संरचना और पंचायत व्यवस्था
Gangapur एक ऐसा गांव है जहाँ विभिन्न जातियों और समुदायों के लोग मिल-जुल कर रहते हैं। यहां की सबसे बड़ी खासियत है – आपसी भाईचारा। चाहे होली हो या ईद, छठ हो या मुहर्रम – हर त्योहार पूरे गांव में एकजुट होकर मनाया जाता है।
Gangapur पंचायत की जानकारी (Table Format)
श्रेणी | विवरण |
---|---|
राज्य | बिहार |
जिला | समस्तीपुर |
प्रखंड | सरायरंजन |
गांव | गंगापुर |
LGD कोड | 100371 |
पता | पंचायत सरकार भवन, वार्ड संख्या – 02, गंगापुर |
मुखिया | विजय कुमार राय |
सरपंच | राजेश सिंह |
ईमेल | gautam00nic@gmail.com |
मोबाइल | 854XXX1773 |
पंचायत क्षेत्रफल | 4.0 वर्ग किमी |
कुल वार्ड | 14 |
राजस्व गांव | 3 |
LGD मैप्ड गांव | 4 |
कुल घर | 3,100 |
कुल जनसंख्या | 14,691 (पुरुष: 7,450, महिला: 7,241) |
SC जनसंख्या | 3,850 |
OBC जनसंख्या | 8,540 |
सामान्य वर्ग जनसंख्या | 2,301 |
बच्चे (0-6 वर्ष) | 545 |
बच्चे (6-18 वर्ष) | 1,275 |
शिक्षण संस्थान | 1 उच्च, 2 मध्य, 7 प्राथमिक विद्यालय |
प्रमुख स्कूल | High School Gangapur, M.S. Gangapur, U.M.S. Gangapur Gopalpur आदि |
आंगनवाड़ी केंद्र | 14 |
SHG समूह | 12 |
जॉब कार्ड धारक | 1,000 |
PHC | 0 |
उप-स्वास्थ्य केंद्र | 1 |
पेयजल स्रोत | 14 |
हर घर नल जल योजना | 3,100 घरों में लागू |
घरेलू शौचालय | 3,100 |
सामुदायिक शौचालय परिसर | 2 |
ठोस कचरा प्रबंधन केंद्र | 1 |
कॉमन सर्विस सेंटर | 2 (पंचायत भवन में सह-स्थित) |
बैंक / ATM / पुस्तकालय | नहीं |
खेल का मैदान | 1 (फुटबॉल/ क्रिकेट) हाई स्कूल का फील्ड |
पंचायत की पहचान | स्वच्छता |
निकटतम रेलवे स्टेशन | समस्तीपुर जंक्शन |
निकटतम बस स्टैंड | मुसरीघरारी |
OSR संग्रह | ₹0 (अब तक) |
शिक्षा की स्थिति: उजाले की ओर एक कदम

Gangapur पंचायत में कुल सात प्राथमिक विद्यालय, दो मध्य विद्यालय, और एक उच्च विद्यालय स्थित हैं, जहाँ कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के बच्चों को सरकारी शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत पढ़ाया जाता है। यह स्कूल बच्चों की बुनियादी से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर तक की पढ़ाई की ज़रूरतों को पूरा करते हैं।गंगापुर गांव में शिक्षा व्यवस्था काफी मजबूत होती जा रही है। यहां बच्चों के लिए कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई की समुचित व्यवस्था उपलब्ध है।
गंगापुर पंचायत के सरकारी विद्यालयों की सूची इस प्रकार है:
-
क्रम संख्या विद्यालय का नाम स्तर कक्षाएँ स्थान / वार्ड 1 High School Gangapur उच्च माध्यमिक 9 से 12 मुख्य गाँव 2 U.M.S. Gangapur Gopalpur उत्क्रमित मध्य 1 से 8 गोपालपुर 3 M.S. Gangapur मध्य विद्यालय 6 से 8 मुख्य गाँव 4 P.S. Gangapur प्राथमिक विद्यालय 1 से 5 मुख्य गाँव 5 P.S. Gangapur-12 प्राथमिक विद्यालय 1 से 5 वार्ड 12 6 P.S. Madhopur Gangapur प्राथमिक विद्यालय 1 से 5 वार्ड 6 7 P.S. Belisthan Gangapur प्राथमिक विद्यालय 1 से 5 वार्ड 7 8 P.S. Mubarakpur Gangapur प्राथमिक विद्यालय 1 से 5 वार्ड 14 9 N.P.S. Barai Tol नवसृजित प्राथमिक 1 से 5 वार्ड 13 10 N.P.S. Shlesh Sthan नवसृजित प्राथमिक 1 से 5 वार्ड 5
इन स्कूलों के माध्यम से गंगापुर के बच्चे अपने ही गांव में प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक शिक्षा प्राप्त कर पा रहे हैं, जिससे उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। इससे शिक्षा की पहुंच आसान हुई है और बालिका शिक्षा में भी वृद्धि देखने को मिल रही है। गांव में शिक्षा को लेकर अब जागरूकता बढ़ रही है, खासकर लड़कियों की पढ़ाई को लेकर माता-पिता पहले से ज्यादा गंभीर हो गए हैं। हालांकि, कुछ इलाकों में अभी भी स्कूल जाने के लिए लंबी दूरी और परिवहन की समस्या बनी हुई है।

स्वास्थ्य सेवाओं की हालत
स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर केवल एक स्वास्थ्य उपकेंद्र है, जबकि कोई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आयुर्वेदिक केंद्र या डिस्पेंसरी नहीं है। गंगापुर में कई आशा कार्यकर्ता भी उपलब्ध हैं। लेकिन छोटे-मोटे इलाज के लिए लोग गांव के ही झोलाछाप डॉक्टरों पर निर्भर रहते हैं, जबकि गंभीर मामलों में उन्हें समस्तीपुर, मुसरीघरारी या दलसिंहसराय जाना पड़ता है।

सरकारी योजनाओं जैसे जननी सुरक्षा योजना, टीकाकरण कार्यक्रम, और आंगनबाड़ी केंद्र के जरिए महिलाओं और बच्चों को कुछ हद तक लाभ मिल रहा है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता महसूस की जाती है।
कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था
गंगापुर की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है कृषि। यहां के लोग मुख्य रूप से धान, गेहूं, मक्का और सरसों की खेती करते हैं। कुछ किसान सब्जी उत्पादन और पशुपालन में भी लगे हुए हैं, जो उनकी आय का सहायक स्रोत बनता जा रहा है।
गांव में अधिकतर सिंचाई का कार्य बोरिंग और पंप सेट से किया जाता है। मानसून के भरोसे खेती करना अब पहले जितना सुरक्षित नहीं रहा, इसलिए किसान आधुनिक तकनीकों और योजनाओं की ओर झुकाव दिखा रहे हैं।
कई परिवारों में युवा लोग पंजाब, दिल्ली, गुजरात जैसे शहरों में काम की तलाश में पलायन करते हैं और वहां से पैसे भेजकर अपने परिवार का सहयोग करते हैं।
सांस्कृतिक जीवन और परंपराएं
गांव की संस्कृति इसकी असली धरोहर है। यहां के लोग धार्मिक, सामाजिक और पारंपरिक आयोजनों में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं।
- छठ पूजा गांव की आत्मा मानी जाती है। हर साल तालाब किनारे व्रती महिलाओं का समूह गांव की सुंदर छवि को दर्शाता है।
- होली और दिवाली पूरे जोश से मनाई जाती हैं।
- ईद और मुहर्रम में मुस्लिम भाईचारा पूरे गांव को मिठास और भाईचारे की भावना से भर देता है।
यहां शिव मंदिर, मस्जिद, और कई अन्य धार्मिक स्थल हैं, जहां गांववासी नियमित रूप से पूजा-पाठ और नमाज़ करते हैं।
सरकारी योजनाएं और विकास कार्य
गांव में कई सरकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं, जैसे:
- हर घर नल जल योजना: कई घरों में नल के जरिए पानी की आपूर्ति शुरू हो चुकी है, हालांकि पाइपलाइन की गुणवत्ता और नियमित आपूर्ति पर काम चल रहा है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना: गरीब और जरूरतमंद परिवारों को पक्का मकान मिला है।
- स्वच्छ भारत अभियान: शौचालय निर्माण तेजी से हुआ है, लेकिन कुछ घरों में अभी भी उपयोग को लेकर जागरूकता की कमी है।
- मनरेगा योजना के तहत मजदूरी के अवसर उपलब्ध हुए हैं, लेकिन कभी-कभी भुगतान में देरी होती है।
गंगापुर की प्रमुख समस्याएं
गांव की उपलब्धियों के साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी हैं, जो आज भी समाधान की राह देख रही हैं:
- स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
- रोजगार के अवसरों की अनुपलब्धता, खासकर ग्रामीण युवाओं के लिए
- जलजमाव और गंदगी, विशेषकर बरसात के मौसम में
- सरकारी योजनाओं की सुस्त गति और निगरानी की कमी
ग्रामीणों की राय
“हमारा गांव बहुत सुंदर और शांत है। यहां सब मिल-जुलकर रहते हैं, लेकिन रोजगार और स्वास्थ्य पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।” – विजय कुमार राय, मुखिया
“शिक्षा की स्थिति पहले से सुधरी है, लेकिन गांव में लड़कियों के लिए स्कूल पास में होना चाहिए।” – रीता देवी, गृहिणी
“पानी और सड़क की स्थिति में सुधार हुआ है, पर drainage की समस्या अब भी बनी हुई है।” – राजेश सिंह, सरपंच
उम्मीदों का गंगापुर
गंगापुर आज भी अपनी सादगी, संघर्ष और संकल्प के साथ खड़ा है। यहां के लोग विकास के रास्ते पर चलने को तैयार हैं, बस ज़रूरत है थोड़े और सहयोग, संसाधन और संवेदनशील प्रशासन की।
यह गांव बताता है कि छोटे-छोटे कदमों से भी बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। गंगापुर सिर्फ एक गांव नहीं, एक उम्मीद है – बदलते बिहार की एक प्रेरक कहानी।
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